CSK के खिलाड़ी ने तोड़ा रोहित शर्मा के 264 रनों के पारी का रिकॉर्ड, खेली ODI में सबसे बड़ी पारी

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विजय हजारे ट्राफी 2022 में तमिलनाडु और अरुणाचल प्रदेश के बीच खेले जा रहे मुकाबले में नारायण जगदीशन ने एक ऐसी पारी खेली जो आज तक दुनिया में किसी ने नही खेली थी। जगदीशन ने अपने बल्ले से वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया।

आज विजय हजारे ट्रॉफी के अरुणाचल प्रदेश और तमिलनाडु के बीच खेले गए मुकाबले में तमिलनाडु के सलामी बल्लेबाज जगदीसन तिहरा शतक लगाने से चूक गए। उन्होंने 141 गेंदों पर 277 रनो की विस्फोटक पारी खेली। इस पारी के दौरान जगदीसन ने 25 चौके और 15 शानदार छक्के लगाए।

 

जगदीशन ने जड़े लगातार 5 शतक

नारायण जगदीशन ने विजय हजारे ट्रॉफी में खेले गए पिछले पांचों मुकबाले में शतक लगाया। इस दौरान जगदीशन ने लगातार 5 शतक जड़ श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा का भी रिकॉर्ड तोड़ा। साथ ही उन्होंने साउथ अफ्रीका के अलवीरो पीटरसन और कर्नाटक के बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल को भी पीछे छोड़ा। इसके साथ जगदीशन विजय हजारे ट्रॉफी इतिहास में एक एडिशन में 4 शतक से ज्यादा बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं।

 

तमिलनाडु टीम ने रचा इतिहास

जगदीशन की पारी के बदौलत तमिलनाडु की टीम ने भी इतिहास रच दिया है। लिस्ट ए क्रिकेट में तमिलनाडु की टीम अब 500 रन बनाने वाली पहली टीम बन गई है। इसके साथ ही इंग्लैंड के 498 रन के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। इंग्लैंड की टीम ने नीदरलैंड्स के खिलाफ साल 2022 में 4 विकेट के नुकसान पर 498 रन बनाए थे जबकि वहीं तमिलनाडु ने 2 विकेट के खोकर पर कुल 506 रन ठोक डाले।

 

पहले विकेट के लिए वर्ल्ड रिकॉर्ड साझेदारी

लिस्ट ए में एन जगदीसन और साई सुदर्शन ने सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 416 रनों की साझेदारी हुई। यह लिस्ट ए में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप है।

इसके साथ ही जगदीशन और साई सुदर्शन ने यहां क्रिस गेल और मार्लन सैमुअल्स के 372 रन की रिकॉर्ड साझेदारी को तोड़ दिया। दोनों बल्लेबाजों ने साल 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ ये कमाल किया था। लेकिन जगदीशन और सुदर्शन के बीच की साझेदारी सारे रिकॉर्ड्स की धज्जियां उड़ा दी।

 

अपने अच्छे प्रदर्शन पर जगदीशन ने कही बड़ी बात

विजय हजारे ट्रॉफी में जगदीशन से लगातार उनके शानदार प्रदर्शन को लेकर सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा, ‘पिछला सीज़न मेरे लिए कुछ ख़ास नहीं था। वहां मैंने बस एक शतक लगाया था। उसके बाद मैं ख़ुद के प्रदर्शन से ख़ुश नहीं था लेकिन ऐसे समय में आपके टीम के साथी, आपकी सबसे ज़्यादा मदद करते हैं। जैसे हमारी टीम में साई किशोर और हमारे कोच आर. प्रसन्ना हैं, जिनसे मैं काफ़ी बात करता हूं।’