गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले है, जिसके लिए भाजपा पार्टी और उनके उम्मीदवारों ने कमर कस ली है। भाजपा ने गुजरात के उत्तरी जामनगर की सीट से क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा को मैदान में उतारा है। रिवाबा जडेजा अपने पति रविंद्र जडेजा के साथ चुनाव को फतह करने के लिए खुद को पूरी तरह झोंक दिया है।चुनाव में इस सीट पर रिवाबा जडेजा का मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी बिपेन्द्र सिंह जडेजा और पूर्व भाजपा नेता और आम आदमी पार्टी प्रत्याशी करसन करमूर से है।
चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार रिवाबा जडेजा
चुनाव के लिए रिवाबा जडेजा पूरे जी जान से मेहनत कर रही है। इस दौरान वो काफी थकी हुई भी नजर आ रही है। लेकिन फिर भी चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के दौरान उन्हें काफी सकारात्मक और मुस्कुराते हुई नजर आई आ रही।
रीवाबा को 2017 में विधानसभा चुनाव में इसी सीट से जीत हासिल कर चुके धर्मेन्द्र सिंह जडेजा हैं का पूरी तरह सहयोग मिल रहा है।
रिवाबा जडेजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पति रविंद्र जडेजा को अपना आदर्श मानती है।
रिवाबा रविंद्र जडेजा के समर्थन के लिए बहुत शुक्रगुजार है। अपने पति के समर्थन के बारे में बताते हुए रिवाबा कहती हैं कि ‘मैं लेस वाले स्नीकर पहन रही थी और जहां पर लोग जमा होते थे या मंदिर में जाने के दौरान मुझे बार-बार जूते उतारने में बहुत परेशानी हो रही थी। मैंने इनसे (रविन्द्र जडेजा) से कहा कि मेरे पास इतना भी वक्त नहीं है कि मैं अपने लिए एक स्लिप-ओन (बगैर लेस वाले जूते, जिन्हें सीधा पहना जा सकता है) नहीं खरीद पा रही हूं। उन्होंने मेरे पैर का नंबर पूछा और एक जोड़ी जूते भिजवा दिए। यह रविन्द्र का बिल्कुल नया रूप है। इस तरह छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखते हुए वह मेरा ध्यान रख रहे हैं।
रिवाबा परिवार के समर्थन को भी माना अहम
रिवाबा जडेजा कहती हैं कि ‘जब मैं महिला सशक्तिकरण के बारे में बोलती हूं, तो मेरा मानना है कि परिवार का समर्थन उसमें सबसे अहम है। जब आपकी शादी हो जाती है तो पति का समर्थन सबसे महत्वपूर्ण हो जाता है
रिवाबा मानती हैं कि महिला सशक्तिकरण की शुरुआत घर से होती है। वह चाहेंगी की अपनी पत्नियों के सपनों को पूरा करने के लिए सभी पतियों को उनके पीछे खड़ा रहना चाहिए।
रिवाबा संग चुनाव प्रचार में उतरे रविन्द्र जडेजा
भारतीय क्रिकेटर रविंद्र जडेजा भी पत्नी के साथ चुनवा प्रचार के लिए उतर चुके है। पार्टी द्वारा तय किए समय से रविंद्र जडेजा ने अपना प्रचार अभियान मंगलवार से शुरू किया।
रिवाबा पति रविंद्र की प्रशंसा करते हुए कहती है कि ‘वो में लिए मेहनत कर रहे हैं। पार्टी ने जिस तरह से तय किया है उस हिसाब से हम लोग अलग-अलग जगह पर जाएंगे। लोग भी उनसे (रविंद्र जडेजा) मिलना चाहते हैं।’
PM मोदी की वजह से रिवाबा हुई भाजपा में शामिल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर ही रिवाबा जडेजा 2019 में भाजपा में शामिल हुईं थीं। रिवाबा कहती हैं कि ‘मैं बचपन से ही समाज के लिए अपना योगदान देना चाहती थी, मैंने सिविल सेवा में जाने के बारे में सोचा। फिर मैं तीन साल के लिए दिल्ली गई और भारतीय वायु सेना में रही। लेकिन नियति को शायद कुछ और मंजूर था। मेरी शादी हुई और जिंदगी अलग दिशा में मुड़ गई। परिवार प्राथमिकता बन गया, लेकिन तब भी समाज के लिए कुछ करने की तड़प दिल में थी।”
पार्टी में शामिल होने के अपने सफर को बयान करते हुए रिवाबा कहती हैं कि ‘हम 2018 में प्रधानमंत्री से मिले और उनसे कई मुद्दों पर बात हुई। उस दौरान मुझे पहली बार अहसास हुआ कि मुख्यमंत्री से देश के प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचने के बावजूद वह किस हद तक जमीन से जुड़े हुए हैं। उन्होंने हमें इतना सहज महसूस कराया कि बता नहीं सकती। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मुझे अपनी ऊर्जा सही दिशा में लगानी चाहिए और पार्टी के मंच से मैं अपने सपने को साकार कर सकती हूं। मैं 2019 में भाजपा में शामिल हो गई।’
रिवाबा को हराने के लिए उतरी जडेजा की बहन
रिवाबा जडेजा कांग्रेस के दिग्गज नेता बिपेंद्र सिंह जडेजा के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरेंगी, जिनका कैंपेन मैनेजमेंट रविंद्र जडेजा की बहन और कांग्रेस महिला विंग की प्रमुख नैना जडेजा कर रहीं हैं। नैना जडेजा रिवाबा की ननद और उनकी बहुत अच्छी मित्र भी हैं। वहीं आम आदमी पार्टी की ओर से इस सीट पर करसन करमूर मैदान में उतरे है।
जब रिवाबा से पूछा गया कि क्या यह बात उनको परेशान करती है कि जडेजा की बहन उनके खिलाप प्रचार कर रही है तो रिवाबा जवाब देते हुए कहती है कि ‘परिवार में सभी अपना फैसला और विचारधारा चुनने के लिए आजाद हैं। उनकी अपनी विचारधारा है और मेरी अपनी विचारधारा है। हम अपने-अपने रास्ते पर हैं। मतभेद हो सकता है पर मनभेद नहीं होना चाहिए।’