UP TGT PGT EXAM 2023 (यूपी टीजीटी पीजीटी एग्जाम 2023) : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (UPSESSB) द्वारा 4000 पदों पर निकाली गई टीजीटी पीजीटी शिक्षक पदों पर भर्ती को लेकर फिलहाल अभ्यर्थी बेहद चिंतित हैं और सबसे खास चिंता उन्हें एग्जाम की डेट्स को लेकर है। फिलहाल हमारे पास एक ताजा अपडेट आई है और यह क्या है ताजा अपडेट इसको हम नीचे साझा कर रहे हैं। वैसे अभ्यर्थियों का दिमाग अब चकरा रहा है और अब उनसे प्रतीक्षा नहीं हो रही है।
यूपी टीजीटी पीजीटी परीक्षा तिथियां क्या हुईं घोषित –
सोशल मीडिया और तमाम मीडिया पोर्टल्स पर यूपी टीजीटी पीजीटी परीक्षा (UP TGT PGT Exam) के लिए तिथियां घोषित हो चुकी हैं ऐसी खबरें चल रही हैं लेकिन फिलहाल इन खबरों में कुल मिलाकर 100% झूठ ही है और ऐसी खबरों पर आपको किसी भी प्रकार से यकीन नहीं करना है। जैसे ही परीक्षा के लिए आधिकारिक तिथियां घोषित हो जाएंगी हम आप तक अपडेट तेजी से पहुंचाने का काम करेंगे। फिलहाल अभी कोई परीक्षा तिथि घोषित नहीं हुई है और न ही कोई आधिकारिक अपडेट इस मुद्दे पर है।
लगभग 6 माह बाद भी नहीं हुई परीक्षा की तिथियां घोषित –
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (UPSESSB), प्रयागराज द्वारा प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) के 4 हजार से अधिक पदों पर भर्तियां निकाली गई थीं। इन पदों के नोटिफिकेशन जून माह में जारी किया गया था। वहीं इन पदों के लिए आवेदन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। इसके बावजूद अभी तक प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) के पदों के लिए परीक्षा की तिथियां घोषित नहीं की गई है। अब परीक्षा की तिथियां कब घोषित होंगी, इसको लेकर भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।
4000 पदों पर 13 लाख अभ्यर्थियों ने किया है आवेदन –
उत्तर प्रदेश में स्कूलों में शिक्षकों के हजारों पद खाली हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (UPSESSB), प्रयागराज द्वारा प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) के मात्र 4163 पदों पर भर्तियां निकाली गई थीं। साथ ही इन भर्तियों के लिए आवेदन करने वालों की संख्या लाखों में पहुंच गई है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) के 4163 पदों पर लगभग 13 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। अगर आंकड़ों के अनुसार देखा जाए तो इसमें एक पद पर करीब 312 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इसलिए पदों की संख्या बढ़ाने की लगातार मांग की जा रही है