Population Report : चीन को पीछे छोड़ भारत बना सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश, जानें क्या कहते है आंकड़े

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भारत चीन को पछाड़ते हुए सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन गया है। जी हां ऐसा मानना है ब्लूमबर्ग का जो जनगणना और जनसांख्यिकी पर केंद्रित एक स्वतंत्र संगठन है। इसने वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू के अनुमानों का हवाला देते हुए बताया कि भारत पहले ही दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन को पीछे छोड़ चुका है।

ब्लूमबर्ग के अनुसार भारत है नंबर वन

ब्लूमबर्ग के अनुमान के अनुसार, 2022 के अंत तक भारत की जनसंख्या 1.417 बिलियन थी, जो चीन द्वारा रिपोर्ट किए गए 1.412 बिलियन से 5 मिलियन अधिक थी।

ब्लूमबर्ग ने बताया कि रिसर्च प्लेटफॉर्म मैक्रोट्रेंड्स के एक अन्य अनुमान के मुताबिक भारत की आबादी 1.428 अरब है। हालांकि भारत की जनसंख्या वृद्धि धीमी हो गई है, विश्व जनसंख्या समीक्षा ने कहा कि यह संख्या कम से कम 2050 तक बढ़ने की उम्मीद है। दूसरी ओर, राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (NBS) के अनुसार, देश में पिछले वर्ष की तुलना में 2022 के अंत में आबादी 8,50,000 कम रही।

संयुक्त राष्ट्र का क्या मानना है

जनसंख्या वृद्धि के मामले मेंसंयुक्त राष्ट्र (United Nation) को उम्मीद है कि भारत इस साल के अंत में मील के पत्थर तक पहुंच जाएगा।

अपने अनुमान में संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि 2022 और 2050 के बीच वैश्विक आबादी में अनुमानित आधे से अधिक वृद्धि केवल आठ देशों में होगी। ये देश है- भारत, कांगो, मिस्र, इथियोपिया,नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और तंजानिया। साथ ही चीन की जनसंख्या में गिरावट दर्ज की गई, भले ही देश ने 2021 में अपनी सख्त एक-बच्चे की नीति को उलट दिया।

काम आई चीन की एक बच्चे की नीति

चीन में 1980 में लागू की गई केवल एक बच्चा पैदा करने की नीति ने जनसंख्या वृद्धि के सामाजिक और आर्थिक परिणामों को काफी कम किया। यह एक सख्त नीति थी,

इसका उल्लंघन करने वालों के लिए जुर्माने के साथ इसे सख्ती से लागू किया गया था।

हालांकि बीजिंग अधिक जन्मों को प्रोत्साहित करने के लिए कर कटौती, लंबी मातृत्व अवकाश और आवास सब्सिडी की पेशकश करके अब अपनी जनसंख्या को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है।